उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता विश्व विख़्यात है। वैसे ही यहां के धाम, मंदिर भी काफी प्रसिद्ध है। ऐसा ही एक धाम है कैंचीधाम। जो पूरी दुनिया में विख़्यात है। बाबा नीम करोरीकाकैंची धाम दिव्य और अलौकिक है। कैंचीधाम नैनीताल, भवाली से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
चारधाम की तरह बनाया जाएगा कैंचीधाम-
अब जल्द ही कैंचीधाम भी चारधाम की तरह विकसित होने जा रहा है। अब यह धार्मिक स्थल और दिव्य व भव्य नजर आएगा। कैंचीधाम को राज्य सरकार चार धाम की तर्ज पर विकसित करने जा रही है। जिस पर जल्द ही काम भी शुरू हो जाएगा।
यह सुविधाएं होंगी उपलब्ध-
जिसमें इसके सुंदरीकरण के लिए 60 करोड़ रुपये की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की गई है। कैंचीधाम में श्रद्धालुओं के लिए भव्य ध्यान केंद्र बनाया जाएगा। जिसमें आधुनिक शौचालय और लिफ्ट भी तैयार की जाएगी। इसी के साथ इसमें 600 से अधिक वाहनों के पार्किंग की भी सुविधा होगी। इसके अलावा धाम के पास 1.3 किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा।
सेनिटोरियम से भवाली गांव की ओर से आने वाली सड़क को इससे जोड़ा जाएगा।
विश्व विख़्यात है कैंचीधाम-
नीम करोली बाबा या नीब करोलीबाबा का जन्म ग्राम अकबरपुर जिला फ़िरोज़ाबाद उत्तर प्रदेश में हुआ था। बाबा नीब करौरी ने इस आश्रम की स्थापना 1964 में की थी। इस धाम को कैंची मंदिर, नीम करौली धाम और नीम करौली आश्रम के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर बाबा नीम करौली महाराज जी ने बनवाया था, जो चमत्कारी बाबा आश्रम के नाम से प्रसिद्ध है। इन्हें सिर्फ उत्तराखंड में ही चमात्कारिक बाबा के रूप में नहीं माना जाता है बल्कि विदेशों में भी इनके चमत्कारों के चर्चे होते हैं।