यूआईडीएआई को “सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा पद्धति पुरस्कार” हुआ प्राप्त

देश डिजिटल सेवा में कई अर्थव्‍यवस्‍थाओं का मार्गदर्शन कर रहा है।इसमें आज हर क्षेत्र शामिल हैं जैसे स्वास्थ्य , शिक्षा , रोजगार , बैंकिंग। इसमें प्रमुख क्षेत्र आधार भी है जिसके माध्यम से लोगों को डिजिटल पहचान मिलती है। और इसी डिजिटल पहचान आधार से तमाम कल्याण सेवाओं का लाभ लिया जा सकता है। हाल ही में यूआईडीएआई अर्थात आधार को सरकारी क्षेत्र में डेटा सुरक्षा परिषद की “सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा पद्धति पुरस्कार” प्राप्त हुआ है। नई दिल्ली में तीन दिवसीय वार्षिक सूचना सुरक्षा सम्मेलन के दौरान यह पुरस्कार प्रदान किया गया।

राष्ट्रीय ‘आधार’ बुनियादी ढांचे को सुरक्षित रखने की अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए यूआईडीएआई को सम्मानित किया गया

नैसकॉम द्वारा स्थापित भारत में डेटा सुरक्षा पर एक गैर-लाभकारी उद्योग निकाय, भारतीय डेटा सुरक्षा परिषद (डीएससीआई) द्वारा निवासियों को डिजिटल पहचान आधारित कल्याणकारी सेवाएं प्रदान करने वाले महत्वपूर्ण राष्ट्रीय ‘आधार’ बुनियादी ढांचे को सुरक्षित रखने की अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए यूआईडीएआई को सम्मानित किया गया। जूरी ने प्रगतिशील सुरक्षा रणनीति, निवासियों के जनसांख्यिकीय और बायोमेट्रिक डेटा की अच्छी सुरक्षा, नए युग के साइबर सुरक्षा जोखिमों और खतरों को प्रभावी एवं कुशल सुरक्षा प्रशासन और अत्याधुनिक सुरक्षा बुनियादी ढांचे के सक्रिय दृष्टिकोण को मान्यता दी। यह पुरस्कार गोपनीयता प्रमाणित करने वाला पहला सरकारी संगठन होने और स्वदेशी प्रौद्योगिकी कार्यान्वयन के नवाचार और प्रक्रिया में अग्रणी सरकारी संस्थानों में से एक होने पर गर्व है।

यूआईडीएआई (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण)

भारत के सभी निवासियों को एक विशिष्ट पहचान संख्या, एक यूनीक आईडी जारी करने के उद्देश्य से इसकी स्थापना की गई थी। यह दोहरी और फर्जी पहचान को समाप्त करता है। साथ ही साथ यह सरलता से और किफायत में सत्यापित और प्रमाणित किया जा सकता है।

यूआईडीएआई का उद्देश्य

1.एक अच्छी तरह से परिभाषित समय-सीमा और कड़े गुणवत्ता मेट्रिक्स का पालन करते हुए सर्वत्र निवासियों को आधार नंबर प्रदान करना
अपने सहयोगियों के साथ मिलकर ऐसी संरचना बनाना जो निवासियों को उनकी डिजिटल पहचान को अद्यतन रखने व सत्यापित करने में सुविधाजनक हो
2.आधार का लाभ उठाकर निवासियों को प्रभावी, दक्ष्य व निष्पक्ष सेवा मिल सके, इस हेतु भागीदारों व सेवा प्रदाताओं के साथ कार्य करना
नवोत्थान को प्रोत्साहित करना, जिसके लिए सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा आधार से जुड़े एप्लीकेशन्स बनवाने हेतु मंच प्रदान करना
3.आधार की तकनीकि संरचना की उपलब्धता, विस्तार व लचीलापन सुनिश्चित करना
4.विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध सर्वोत्तम निपुणताओं को भागीदारी के आधार पर भा.वी.प. प्राधिकरण हेतु उपयोग में लाना ।

इस प्रकार आधार के माध्यम से बहुत ही महत्वपूर्ण सेवाओं का सरल सुगम तरीके से क्रियान्वयन हो रहा है। लोगों की जानकारियों को सुरक्षित रखने में भी यह पूरी तरह से सक्षम रहा है। इसी कारण भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण को सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा पद्धति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।