देश दुनिया की खबरों से हम आपको रूबरू कराते रहते हैं। एक ऐसी खबर हम आपके सामने लाए हैं। एक खबर गुजरात से सामने आई है। यहां एक नौ साल की लड़की ने करोड़ो की संपत्ति छोड़ संन्यासी बनने का फैसला लिया है।
करोड़ों की संपत्ति छोड़ संन्यासी बनी नौ साल की देवांशी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात के एक धनी हीरा व्यापारी की आठ वर्षीय बेटी देवांशी ने खेल-कूद की उम्र में संन्यासी बनने का फैसला लिया है। इतनी छोटी उम्र में देवांशी जैन धर्म ग्रहण कर संन्यासिनी बनने जा रही हैं। देवांशी धनेश सांघवी और उनकी पत्नी अमी की बड़ी बेटी हैं। उनका परिवार संघवी एंड संस नाम की हीरा कंपनी चलाता है, जो दुनिया की सबसे पुरानी हीरा कंपनियों में से एक है।
दीक्षा से पहले एक दिन हुआ जुलूस का आयोजन
देवांशी ने कभी टीवी, या फिल्में नहीं देखीं और कभी रेस्तरां या विवाह में शामिल नहीं हुईं। उन्होंने अब तक 367 दीक्षा कार्यक्रमों में भाग लिया है। आज बुधवार को हजारों लोगों की मौजूदगी में सुबह छह बजे से उनकी दीक्षा शुरू हो चुकी है। देवांशी जैनाचार्य कीर्तियशसूरीश्वर महाराज से दीक्षा ले रही हैं। देवांशी का दीक्षा महोत्सव वेसू में 14 जनवरी को शुरू हुआ था। सूरत में ही देवांशी की वर्षीदान यात्रा निकाली गई थी। इसमें 4 हाथी, 20 घोड़े, 11 ऊंट थे। इससे पहले मुंबई और एंट्वर्प में भी देवांशी की वर्षीदान यात्रा निकली थी।
पांच भाषाओं की जानकार
बताया गया है कि देवांशी 5 भाषाओं की जानकार है। वह संगीत, स्केटिंग, मेंटल मैथ्स और भरतनाट्यम में एक्सपर्ट है। देवांशी को वैराग्य शतक और तत्वार्थ के अध्याय जैसे महाग्रंथ कंठस्थ हैं।
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