दिल्ली की सड़कों पर ऑक्सीजन टैंकर घूमते रहे, नहीं थी खाली करने की जगह : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शीतकालीन संसद सत्र के दौरान शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सड़कों पर ऑक्सीजन टैंकर घूम रहे थे लेकिन उन्हें खाली करने की जगह ही नहीं थी। ऑक्सीजन की किल्लत और कोरोना के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने बताया कि जब कोरोना की सेकंड वेव आई तब से ऑक्सीजन और ऑक्सीजन की उपलब्धता के बारे में राजनीति शुरू हुई।

देश में बढ़ाई ऑक्सीजन रिक्वायरमेंट

इसके आगे उन्होंने कहा कि जब देश में हमारी रिक्वायरमेंट एवरेज 900 से 1000 मीट्रिक टन पर डे हुआ करती थी और फर्स्ट वेव में वह 1400 मीट्रिक टन तक बढ़ी। इसके पश्चात सेकंड वेव आया तो अचानक से ऑक्सीजन की मांग बढ़ने लगी। इसे ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने प्रयास किया और ऑक्सीजन के उत्पादन को 9,500 मीट्रिक टन तक ले गए और तब जब हमारी 1,400 मीट्रिक टन तक मैक्सीमम रिक्वायरमेंट होती थी। इसको देखते हुए और ऑक्सीजन की रिक्वायरमेंट के अनुसार देश में लॉजिस्टिक, टैंकर इत्यादी और यह स्थिति सभी समय के अनुरूप थे, लेकिन जब ऑक्सीजन की रिक्वायरमेंट बढ़ने लगी तो भारत सरकार ने अपनी तरफ से हर संभव प्रयास किया।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि ऐसी स्थिति में देश में ऑक्सीजन के उत्पादन को बढ़ाकर दिखाया गया। केवल इतना ही नहीं देश में एक जगह से दूसरी जगह ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए ट्रेन का उपयोग किया गया। विदेश से स्पेशल टैंकर मंगवाए गए, नेवी का उपयोग किया गया। साथ ही साथ खाली टैंकर तुरंत लाने के लिए प्लेन का भी उपयोग किया गया, लेकिन ऐसी स्थिति में भी कई लोगों ने राजनीति करना नहीं छोड़ा। 

ऑक्सीजन के मुद्दे पर और मौतों के मुद्दे पर पर हुई खूब राजनीति’

स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में बार-बार कहा कि इसमें छिपाने की कोई बात नहीं है, कोरोना से जो मौत हुई है उसका डाटा दे। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सड़कों पर टैंकर घूमते रहे खाली करने की जगह नहीं थी। इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन के मुद्दे पर और मौतों के मुद्दे पर पर खूब राजनीति हुई। पीएम मोदी लगातार यही कहते रहे की मौतों का आंकड़ा छुपाने की जरूरत नहीं है। कुछ राज्यों ने जरूरत के हिसाब से कहीं ज्यादा ऑक्सीजन की मांग भी की।

भाजपा सांसदों ने विपक्षी सदस्यों के ‘अनियंत्रित व्यवहार’ के खिलाफ किया प्रदर्शन

वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों ने शुक्रवार को संसद भवन में विपक्षी सदस्यों के ‘अनियंत्रित व्वहार’ के विरोध में प्रदर्शन किया। वहीं, विपक्षी सांसदों का राज्यसभा से 12 निलंबित सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई को वापस लेने की मांग को लेकर पांचवे दिन भी प्रदर्शन जारी रहा। सत्र की शुरुआत 29 नवंबर को हुई है। सत्तारूढ़ दल के सदस्यों ने आज विपक्षी सदस्यों पर सदन के अंदर और बाहर अनियंत्रित आचरण का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ प्रदर्शन किया।