प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नागरिकों से अपनी पसंद के उन प्रेरक लोगों को पद्म पुरस्कार के लिए नामित करने के लिए कहा है जो जमीनी स्तर पर असाधारण काम कर रहे हैं, लेकिन उनके बारे में ज्यादतर लोगों को जानकारी नहीं हैं। नामांकन 15 सितंबर तक खुले हैं।
आखिरी तारीख 15 सितंबर तक है
एक ट्वीट में, प्रधानमंत्री ने कहा, ““भारत में कई प्रतिभाशाली लोग हैं, जो जमीनी स्तर पर असाधारण काम कर रहे हैं। अक्सर, हमें उनके बारे में ज्यादा देखने या सुनने को नहीं मिलता है। क्या आप ऐसे प्रेरक लोगों को जानते हैं? आप उन्हें #PeoplesPadma के लिए नामांकित कर सकते हैं। नामांकन 15 सितंबर तक खुले हैं।”
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इन पद्म सम्मानों की घोषणा की जाती है
बीते कुछ सालों में मोदी सरकार समाज के कई ऐसे नायकों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित करती रही है जो बहुचर्चित तो नहीं रहे हैं पर उन्होंने जमीनी स्तर पर समाज, देश के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । पद्म पुरस्कारों की सिफारिशें राज्य सरकारों, संघ राज्य प्रशासनों, केन्द्रीय मंत्रालयों, विभागों, उत्कृष्टता संस्थानों आदि से प्राप्त की जाती हैं, जिन पर पुरस्कार समिति द्वारा विचार किया जाता है । पुरस्कार समिति की सिफारिश के आधार पर और प्रधानमंत्री गृह मंत्री और राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इन पद्म सम्मानों की घोषणा की जाती है ।
सेल्फ नॉमिनेशन का भी है प्रावधान
पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन या सिफारिशें ऑनलाइन ही की जाएंगी । सरकार ने सेल्फ नॉमिनेशन का भी प्रावधान किया है
इन पुरस्कारों की स्थापना 1954 में हुई थी और इनकी घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस पर की जाती है । पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन या सिफारिशें ऑनलाइन ही की जाएंगी ।