सातवां अंतर्राष्‍ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री कल सुबह मुख्‍य कार्यक्रम को करेंगे संबोधित, विश्व के 190 देशों में मनाया जाएगा योग दिवस

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी कल 7वें अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस समारोह के मुख्‍य कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। कोविड महामारी को देखते हुए अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस का कार्यक्रम टेलीविजन पर आयोजित किया जाएगा ।  यह कार्यक्रम सुबह छह बजकर 30 मिनट पर दूरदर्शन के सभी चैनलों से प्रसारित किया जाएगा । 

दूरदर्शन पर योग के लाइव कार्यकम प्रसारित किया जाएगा

देश विदेश के लाखों योग प्रेमी योग को अपना रहे हैं और अपने घरों में सुरक्षित तरीके से योग कर रहे हैं। जिन लोगों को सामान्‍य योग प्रोटोकॉल में अपने प्रदर्शन के लिए मार्गदर्शन की आवश्‍यकता है उन्‍हें दूरदर्शन पर योग के लाइव कार्यक्रम को देखने और उसका अनुसरण करने के लिए आमंत्रित किया गया है।

15 आध्‍यात्मिक और योग गुरूओं की ओर से सन्देश दिए जाएंगे

इसके बाद 15 आध्‍यात्मिक और योग गुरूओं की ओर से संदेश दिये जायेंगे जिनमें गुरू देव श्री रवि शंकर, सदगुरू जग्‍गी वासुदेव, डॉक्‍टर एच.आर. नगेन्‍द्र, कमलेश पटेल, डॉक्‍टर वीरेन्‍द्र हेगडे, डॉक्‍टर हंसाजी जयदेव, ओ.पी. तिवारी, स्‍वामी चिदानंद सरस्‍वती, डॉक्‍टर चिन्‍मय पंड्या, मुनि‍ श्री सागर महाराज, स्‍वामी भारत भूषण, डॉक्‍टर विश्‍वास मांडलिक, सिस्‍टर बी. के. शिवानी, एस. श्रीधरन और सुश्री एन्‍टोइनेट रोजी शामिल हैं।

आयुष राज्‍य मंत्री भी कार्यक्रम को करेंगे संबोधित

कार्यक्रम को आयुष राज्‍य मंत्री किरन रिजि‍जू भी संबोधित करेंगे। इस अवसर पर मोरारजी देसाई राष्‍ट्रीय योग संस्‍थान की ओर से योग का लाइव प्रदर्शन भी किया जायेगा।आयुष मंत्रालय ने अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस के दौरान होने वाली विभिन्‍न गतिविधियों के माध्‍यम से व्‍यक्ति के स्‍वास्‍थ्‍य समेत सर्वांगीण विकास के लिए योग की भूमिका को रेखांकित किया है।

स्वास्थ्य के लिए योग है

अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस 2021 का मुख्‍य विषय “स्‍वास्‍थ्‍य के लिए योग” है। इस अवसर पर लगभग एक हजार अन्‍य संस्‍थाओं के साथ मिलकर मंत्रालय ने डिजिटल त‍रीके से अनेक ऐसी गतिविधियां शुरू की हैं जिनके जरिये महामारी की पाबंदियों के बावजूद आम लोगों तक योग की पहुंच हो सके। विदेशों में भारतीय दूतावासों और अन्‍य संस्‍थाओं की ओर से कल कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। मिली  जानकारी के अनुसार योग दिवस विश्‍व के एक सौ नब्‍बे देशों में मनाया जायेगा।