उत्तराखंड में पिछले कुछ दिन से हो रही बारिश ने आफत मचा दी है । उत्तराखंड में भारी बारिश के दौरान हुए भूस्खलन की घटनाओं में 42 लोगों की मौत हो गई। नैनीताल आपदा प्रबंधन विभाग ने जिले में 25 लोगों के मौत और सात लोगों के लापता होने की पुष्टि की है। वहीं अल्मोड़ा ज़िले में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण अब तक 7 लोगों की मृत्यु की सूचना है। सोमवार की रात तहसील भिकियासैंण के रापड़ गांव में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया जिससे मकान में रह रहे चार लोग दब गए, जबकि एक महिला को ग्रामीणों ने सुरक्षित निकाल लिया।
200 लोगों को सुरक्षित निकाला
प्रदेश में भारी बारिश के कारण जगह-जगह फंसे पर्यटकों को भी रेस्क्यू किया जा रहा है। वही नैनीताल जिले के एक रिसॉर्ट के आसपास कोसी नदी का पानी आने के कारण वहां फंसे पर्यटकों और स्टाफ समेत लगभग 200 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। सभी को रोडवेज की बस से रामनगर भेजा गया है। नैनीताल ज़िले में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। ज़िले के रामगढ़, मुक्तेश्वर, दोसा-पानी, खैरना और गरम-पानी में मारे गए लोगों में श्रमिकों के साथ ही स्थानीय लोग भी शामिल हैं।
घर के भीतर ही 5 लोगों की दबकर मौत हो गई
रामगढ़ स्थित झुतिया गांव में घर के भीतर ही 5 लोगों की दबकर मौत हो गई जबकि 1 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतकों में से 2 लोग बिहार के पश्चिमी चंपारण, जबकि 3 लोग उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर के रहने वाले थे। यह सभी लोग रामगढ़ क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य कर रहे थे।
वहीं ज़िले के दूरस्थ क्षेत्र दोसापानी मुक्तेश्वर क्षेत्र में भी तीन ग्रामीणों की मलबे की चपेट में आने से ही मौत हो गई जबकि नैनीताल-अल्मोड़ा जिले की सीमा पर दो मजदूरों की चट्टान के बीच दबने से मौत हो गई।
बाबा दंडी भारती का निधन
केदारनाथ में बीते कई सालों से रह रहे बाबा दंडी भारती का मंगलवार को निधन हो गया। बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह 5 बजे ठंड अधिक बढ़ने से उनकी मौत हुई है। उधर, रुड़की के लंढौरा में बारिश के दौरान एक दीवार गिरन जाने से नौ माह के बच्चे की मौत हो गई।
प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री से लिया अपडेट
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से फोन पर राज्य में आपदा और राहत बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने मुख्यमंत्री को हर संभव मदद का भरोसा दिया और केंद्रीय एजेंसियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए।