भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष कुंदन सिंह लटवाल ने जनपद अल्मोड़ा में एम्स की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा

भाजयुमों प्रदेश अध्यक्ष कुंदन सिंह लटवाल ने अल्मोड़ा जनपद में एम्स की स्थापना के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा ।  उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि आपने विगत दिनों केंद्रीय प्रवास (दिल्ली) के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री से कुमाऊँ मंडल की स्वास्थ्य सुविधाओं को ध्यान मे रखते हुए कुमाऊँ मंडल में एम्स की स्थापना की पहल की है और कुमाऊँ मंडल में एम्स की स्थापना के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री माननीय डॉ० हर्षवर्धन जी ने भी स्वीकृति प्रदान कर दी है। अतः सर्वप्रथम कुमाऊँ मंडलवासी आपकी इस दूरदर्शी, निष्पक्ष एवं व्यावहारिक दृष्टि के लिए अत्यंत हर्ष एवं उत्साह का अनुभव कर रहे हैं। इसके लिए आपको कुमाऊँ मंडलवासी हार्दिक बधाई एवं धन्यवाद देते हैं।

एम्स की स्थापना अल्मोड़ा में करने की कृपा कीजिएगा।

भाजयुमों अध्यक्ष ने कहा कि  उत्तराखंड राज्य की स्थापना उत्तराखंड के पर्वतीय जनपदों की शिक्षा एवं चिकित्सा जैसे मूलभूत सुविधाओं के सुधार के लिए हुआ है।अल्मोडा एक ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक नगरी हैं। एक प्रकार से अल्मोड़ा कुमाऊँ मंडल की आत्मा है। इसका इतिहास लगभग पांच सौ वर्ष पुराना है और कुमाऊँ मंडल का प्रवेश द्वार भी है। अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि एम्स की स्थापना अल्मोड़ा में करने की कृपा कीजिएगा।

यदि एम्स की स्थापना कुमाऊँ मंडल में होगी तो कुमाऊँ के पर्वतीय जनपदों को चिकित्सा सुविधा मिलेगी

यदि एम्स की स्थापना कुमाऊँ मंडल के मैदानी क्षेत्र की अपेक्षा अल्मोड़ा में की जाएगी तो सच्चे अर्थों में कुमाऊँ के पर्वतीय जनपदों को चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त होंगी बोझ से मुक्ति मिलेगी। वैसे भी वर्तमान में पर्वतीय जनपदों की अपेक्षा मैदानी क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्था बेहतर है। उन्होंने कहा कि कुमाऊँ मंडल के निवासी यह महसूस कर रहे हैं कि उत्तराखंड पृथक राज्य की स्थापना के पीछे जो अवधारणा थी, वह आपके प्रयासों से पूर्ण होती दिखाई दे रही है। चिकित्सा से संबंधित कुमाऊँ के पर्वतीय जनपदों में कोई बड़ा संस्थान नहीं है अगर अल्मोड़ा में एम्स की स्थापना की जाएगी तो सभी कुमाऊँ मंडल को इससे चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी ।

ज्ञापन सौंपने में इतने लोग रहे मौजूद

पिंकी बिष्ट, किशन सिंह बिष्ट, अर्जुन सिंह मुस्युनि, बलवंत मेहता, मनीष बिष्ट, बलवंत मेहता, पंकज कनवाल,ममता मेहरा, चंदन सिंह, राकेश बिष्ट, हरीश बिष्ट,संजय कनवाल आदि  शामिल थे ।