पिथौरागढ की जिला अदालत ने सुनाया ऐतिहासिक फैसला, सौतेली बहन से दुष्कर्म करने वाले को सजा ए मौत, जाने

हमारे देश में भले ही लड़कियों को भी लड़कों की तरह ही बेहतर शिक्षा और समान अधिकार दिए जाने की बात कही जाती है, लेकिन आज भी हमारी बेटियां समाज के दरिंदों से सुरक्षित नहीं है। पिथौरागढ से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसनें रिश्तों की मर्यादा ही लांघ दी।

जाने पूरा मामला-

जानकारी के अनुसार पिथौरागढ में एक युवक ने साढ़े चार साल की अपनी सौतेली बहन के साथ लगातार महीनों तक रेप किया। पीड़िता के माता-पिता का देहांत हो चुका था, जिसके बाद वो अपने सौतेले भाई के साथ रहती थी. लेकिन हैवान सौतेले भाई ने रिश्तों की परवाह किए बगैर रिश्तों की सारी मर्यादा ही तोड़ दी। वह लगातार 6 महीने तक पीड़िता का रेप करता रहा। जब पड़ोस में रहने वाली महिला को इस बात का पता चला तो उसने इसकी सूचना पुलिस को दी। तब इसी साल साल 3 अप्रैल को जनकराज के खिलाफ जाजरदेवल थाने में मामला दर्ज किया गया था। जिसकी सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की गई।

आरोपी को मिली फांसी की सजा-

जिसके बाद सिर्फ 6 महीनों के भीतर हुए इस फैसले में आरोपी को फांसी की सज़ा सुनाई गई है। जो पिथौरागढ़ के लिए ऐतिहासिक फैसला साबित हुआ है। आरोपी जनकराज को ज़िला अदालत ने बच्ची के साथ लगातार 6 महीने तक बलात्कार करने का दोषी मानते हुए क्रूर अपराध के लिए फांसी की सज़ा सुनाई है। जिस पर इस फैसले के बाद रेप जैसे घृणित अपराधों को अंजाम देने वालों के लिए ये फैसला मील का पत्थर साबित होगा।