भारत के हिमालयी क्षेत्रों में होती हैं सबसे कठिन धार्मिक यात्राऐं, जानिये कहाँ स्थित हैं ये धार्मिक स्थल

यदि आपको कठिन और साहसिक यात्राएं करने का शौक है और आप धर्म से जुड़े हुए हैं तो हम आपको भारत की सबसे मुश्किल धार्मिक यात्राओं के बारे में बताने जा रहे हैं।  ये यात्राएं धार्मिक तृप्ति तो देती ही हैं, इसके अलावा जीवनपर्यंत याद रहने वाला सुखद अनुभव भी दे जाती हैं। आइये जानते हैं भारत में कौन सी धार्मिक यात्राएं हैं सबसे कठिन।

श्रीखंड महादेव

श्रीखंड महादेव उन लोगों के लिए एक साहसिक यात्रा हैं जो अपनी सीमा को आगे बढ़ाना करना पसंद करते हैं। वन्य जीवों से भरे घने जंगलों में घूमने से लेकर खड़े पहाड़ों पर चढ़ने से लेकर लगभग 14000 फीट की ऊंचाई तक, 6 फीट बर्फ से ढके विशाल ग्लेशियरों के माध्यम से चलना थोड़ा मुश्किल होता है। संसाधनों की कमी वाले हिमालय की बंजर भूमि में खुद का हौसला बांधे रखना थोड़ा मुश्किल होता है। इसको देश के सबसे कठिन ट्रेक में से एक माना गया है।

पंच केदार

उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में लगभग 170 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पांच मंदिरों का एक समूह है. इसके लिए आपको जंगली घने जंगलों से गुजरना पड़ता है और करीब 12000 फीट तक की ऊंचाई वाले खड़े पहाड़ों पर चढ़ना पड़ता है। बिना गाइड के ये सफर मुश्किल हो सकता है।

अमरनाथ

अमरनाथ यात्रा भारत में सबसे प्रसिद्ध धार्मिक यात्राओं में से एक है जो हर साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती है। एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण और दुर्गम स्थल होने के बावजूद, भगवान शिव के भक्त भव्य मंदिर के दर्शन करने के लिए यहां आते हैं। यह बहुत प्राचीन यात्राओं में से एक मानी जाती है।

कैलाश मानसरोवर

चीन के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में स्थित इस पर्वत पर पहुंचना थोड़ा कठिन हो सकता है। यात्रा करने का खर्च थोड़ा महंगा होता है और बेस कैंप तक पहुंचने के लिए बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ती है। लेकिन सभी बाधाओं के बावजूद, बड़ी संख्या में तीर्थयात्री दर्शन करने के लिए पूरे रास्ते पैदल चलते हैं।

हेमकुंड साहिब

यह उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित एक गुरुद्वारा है। ये गढ़वाल क्षेत्र के 7 प्रसिद्ध हिमालयी चोटियों से ढके लगभग 16000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।  कई यात्री ग्लेशियर के माध्यम से अपना रास्ता बनाते हैं लेकिन ये काफी मुश्किल माना जाता है। अधिकतर लोगों को ऑक्सीजन की कमी का सामना करने में दिक्कत आती है।