टोक्यो पैरालंपिक 2020: सुमित अंतिल ने जीता गोल्ड मेडल, एक ही मैच में बनाये तीन बार विश्व रिकॉर्ड

भारतीय भाला फेंक एथलीट सुमित अंतिल ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए टोक्यो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर सोमवार को इतिहास रचा। इस प्रतियोगिता के फाइनल में उन्होंने बैक-टू-बैक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता। पैरालंपिक खेलों में पदार्पण कर रहे सुमित ने जेवलिन थ्रो के F-64 इवेंट के अपने दूसरे प्रयास में 68.08 मीटर का थ्रो किया और विश्व रिकॉर्ड बना डाला। लेकिन इसके बाद भी वह रुके नहीं और अपने पांचवें प्रयास में इसे और सुधारा और 68.55 मीटर के थ्रो के साथ विश्व रिकॉर्ड कायम किया।

एक ही मैच में तीन बार विश्व रिकॉर्ड बनाये

सुमित ने अपने पहले प्रयास में 66.95 मीटर दूर भाला फेंका, इसके बाद उन्होंने अपने दुबई में वर्ष 2019 में बनाये गए रिकॉर्ड को तोडा। दूसरे थ्रो में उन्होंने 68.08 मीटर के थ्रो के साथ नया वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया। इसके बाद अपने तीसरे प्रयास में 65.27, चौथे प्रयास में 66.71 और पांचवें प्रयास में सुमित ने 68.55 मीटर का थ्रो किया, जो नया वर्ल्ड रिकॉर्ड था। सुमित के इस गोल्ड मेडल के बाद भारतीय खेमे के पास अब मेडल्स की कुल संख्या सात हो गई है, जो इन खेलों के इतिहास में भारत का अबतक का बेस्ट प्रदर्शन भी है। भारत ने इस प्रतियोगिता में अब तक 2 स्वर्ण, 4 रजत और 1 कांस्य पदक जीत लिए है।

महज 1 मीटर से चूके संदीप

इसी इवेंट के F-44 क्लास में भारत के ही संदीप चौथे स्थान पर रहे, जिन्होंने इस प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 62.20 मीटर का थ्रो किया।

कौन हैं सुमित अंतिल?

आज जब मेडल वितरण समारोह में पूरा देश सुमित के लिए चीयर कर रहा था, तब सुमित को भी गर्व महसूस हो रहा होगा। एक सड़क हादसे में अपना एक पैर गंवाने वाले सुमित हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले हैं। वर्ष 2016 में पुणे में उन्हें नकली पैर लगाया गया और इसके कुछ समय बाद उन्होंने कोच वीरेंद्र धनखड़ के मार्गदर्शन में भाला फेँक खेल की प्रैक्टिस शुरू की। सुमित ने वर्ष 2019 में दुबई में आयोजित चैंपियनशिप में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था।