वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में भारत की चार सबसे बड़ी आईटी कंपनियों – टी.सी.एस., इंफोसिस, विप्रो और एच.सी.एल. में एक लाख से अधिक कर्मचारियों की भर्ती की गई है। यह कोविड महामारी फैलने के बाद पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 13 गुणा अधिक है और यह पूर्व-महामारी वर्ष, 2019-20 की इसी अवधि की तुलना में लगभग दोगुनी है। इससे स्पष्ट है कि आईटी क्षेत्र में प्रतिभाओं की मांग बढ़ी है।
20 हजार कर्मचारियों वाली टी सी एस कंपनी रोजगार देने में अग्रणी रही
पांच लाख 20 हजार कर्मचारियों वाली टी सी एस कंपनी रोजगार देने में अग्रणी रही। टी सी एस ने कहा कि वह इस साल 75 हजार फ्रेशर्स को ऑफर देने की योजना बना रही है, जो कंपनी के लिए एक रिकॉर्ड होगा। एक प्रमुख अंग्रेजी समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में कंपनी के सी.ई.ओ. राजेश गोपीनाथन ने कहा कि तकनीक में विश्वास और इसमें गति बढ़ रही है।
अपने नए भर्ती लक्ष्य को बढ़ाकर 45 हजार कर दिया है
इस बीच, इंफोसिस ने इस वर्ष के लिए अपने नए भर्ती लक्ष्य को बढ़ाकर 45 हजार कर दिया है, जबकि तीन महीने पहले 35 हजार भर्ती की योजना बनाई गई थी। विप्रो के सी.ई.ओ. थिएरी डेलापोर्टे ने कहा कि मांग का माहौल बहुत मजबूत है। एच.सी.एल. टेक्नोलॉजीज के सी.ई.ओ. सी० विजयकुमार ने कहा कि उन्होंने पिछली तिमाही में सबसे ज्यादा नेट हायरिंग 11 हजार 153 देखी।