पूरा देश कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के प्रकोप से जूझ रहा है। ऐसे में हालात अभी भी चिंताजनक बने हुए हैं। वही लोगों में तीसरी लहर को लेकर भी डर बना हुआ है। जिसमें बच्चों को अधिक खतरा होने का भय है। जिसके चलते भारत में भी तीसरी लहर को फैलने से रोकने के लिए अभी से तैयारियां मजबूत करने की कवायद शुरू हो गई है। जिसमें बच्चों के लिए वैक़्सीन लगाने के लिए परिक्षण शुरू हो गया है।
एम्स में 2 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों पर कोरोना वैक़्सीन का परीक्षण-
आज से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली में 2 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों पर कोरोना टीके का परीक्षण शुरू हो रहा है । पहले चरण में 18 बच्चों को परीक्षण में शामिल शामिल किया गया है।
8 हफ़्ते का रखा गया है लक्ष्य-
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को फैलने से रोकने और बच्चों का टीका उन्हें संक्रमण से बचाने में काफी मददगार हो सकता है। इसलिए एम्स में यह ट्रायल शुरू हो रहा है। जिसमें आठ हफ्ते में इस परीक्षण को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
कोवैक़्सीन का होगा ट्रायल-
जिसमें बच्चों पर कोवैक़्सीन का ट्रायल शुरू किया जा रहा है।परीक्षण में भारत बायोटेक और आइसीएमआर की कोवैक्सीन का बच्चों के रोग-प्रतिरोधी तंत्र पर असर का अध्ययन किया जाएगा।