यूपी पुलिस के दरोगा पर झूठे मुकदमे को रफा-दफा करने के लिए रिश्वत मांगने का लगा आरोप

डिलारी थाना क्षेत्र में दुष्कर्म के आरोप में 2 आरोपितों को 3 दिन पहले पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन इस मामले में आरोपितों के परिजनों ने एसएसपी को शिकायत पत्र भेजकर गंभीर शिकायत की है। परिजनों का आरोप है कि जिस आरोपित के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया है, वह उस दिन वहां मौजूद ही नहीं था, बल्कि काशीपुर की एक फैक्ट्री में काम कर रहा था। साथ ही परिजनों ने चौकी प्रभारी पर पैसे की मांग करने का गंभीर आरोप लगाया है।

पंचायत चुनाव की रंजिश के चलते झूठे मुकदमे में फंसाया

डिलारी थाना क्षेत्र के मासूमपुर गांव निवासी फिरोज ने बताया कि उसके पिता नसीम ने प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ा था।पंचायत चुनाव लड़ने की वजह से कुछ लोग रंजिश मानने लगे थे। इसी कारण एक महिला ने उसके पिता के साथ दो लोगों के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा दिया था। जलालपुर चौकी में तैनात एक दारोगा को जब इस मामले की सच्चाई बताई तो उन्होंने मुकदमा खत्म करने के लिए साढ़े तीन लाख रुपये मांगे, इसमें दो लाख रुपये उन्हें दे दिए गए थे। जब दारोगा को डेढ़ लाख रुपये नहीं मिले तो उसने आरोपित नसीम और राहिल को फोन करके बुलाया। पैसे देने से जब दोनों ने इन्कार कर दिया, तो दारोगा ने दोनों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। हालांकि, आरोपित पक्ष का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद दारोगा ने लिए गए पैसे वापस कर दिए थे। वहीं, आरोपित के बेटे ने दावा किया है, कि जिस दिन की महिला ने घटना को बताया है, उस दिन आरोपित नसीम काशीपुर स्थित फैक्ट्री में ड्यूटी कर रहा था। फैक्ट्री में काम करने के सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद है। सीओ ठाकुरद्वारा डा. अनूप कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज को लेने के लिए पुलिस की एक टीम संबंधित फैक्ट्री में भेजी गई है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।