4 जुलाई 2021को युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में अतिथि शिक्षकों के हितों को लेकर तीन फैसले लिए जिसमें कहा गया कि अतिथि शिक्षकों का वेतन 15000 से 25000 किया गया दूसरा अतिथि शिक्षकों के पदो को रिक्त ना समझा जाए और तीसरा अतिथि शिक्षको का अपने मूल जनपद में नियुक्ति समायोजन। लेकिन इनमें से केवल एक ही बिन्दु पर शासनादेश जारी हुआ, बाकि दो बिन्दु पर कोई शासनादेश लागू नहीं हुआ जिसके चलते अतिथि शिक्षक अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं जिसके कारण अतिथि शिक्षक परिवारों को अपना भविष्य अन्धकार में नजर आ रहा है ।
13 व 14 सितंबर को दो दिवसीय सांकेतिक धरना
सरकार को उसके ही लिए गये कैबिनेट फैसले के प्रति जगाने के लिए अपने सुरक्षित भविष्य हेतु सभी प्रदेश के अतिथि शिक्षक 13 व 14 सितम्बर को 2 दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन ( कार्य बहिष्कार) करेगे । सांकेतिक धरना प्रदर्शन सीईओ और बीईओ कार्यालयों में होगा ।
अतिथि शिक्षक संघ प्रदेश प्रवक्ता मनीष पाण्डे की अपील
अतिथि शिक्षक संघ प्रदेश प्रवक्ता मनीष पाण्डे ने सभी अतिथि शिक्षकों से ये भी अपील की वो सांकेतिक धरना प्रदर्शन में शांति तथा कोविड नियको का पालन करेंगे तथा सरकार द्वारा यदि उक्त दो बिन्दुओं पर त्वरित निर्णय नहीं लिया गया तो प्रदेश व्यापी आन्दोलन किया जाएगा ।