उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड में मौसम में बदलाव के साथ ही बच्चों में हैंड फुट एंड माउथ डिजीज यानी टोमेटो फ्लू का खतरा बढ़ने लगा है।
जारी की हैं एडवाइजरी
जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके लिए सभी सरकारी-निजी अस्पताल और पैथोलॉजी लैबों को अलर्ट जारी किया गया है। नैनीताल, चम्पावत और ऊधमसिंह नगर जिलों में स्वास्थ्य अधिकारियों ने एडवाइजरी जारी की है और संक्रमण की रोकथाम के लिए विशेष कदम उठाए हैं। ऊधमसिंह नगर के सितारगंज क्षेत्र में अब तक 28 मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि संदिग्ध बच्चों की पहचान के साथ जाँच और रिपोर्टिंग अनिवार्य है। नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल में भी अलर्ट जारी है।
दिखते हैं यह लक्षण
‘नया’ वायरस, टमाटर फ्लू हाथ, पैर और मुंह की बीमारी का एक प्रकार है। एचएफएमडी का मुख्य कारण एंटरो वायरस होते हैं। टमाटर बुखार के रूप में भी जाना जाता है और यह वयस्कों की तुलना में छोटे बच्चों में अधिक आम है? विशेष रूप से, यह 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में अधिक प्रचलित है। इस रोग में बुखार, गला सूखना,मुंह के छाले,रैशेज और भूख नहीं लगना जैसे लक्षण दिखते हैं। वहीं सीधा संपर्क व दूषित सतह से यह फैलता है। बचाव के लिए साफ-सफाई पर ध्यान देना चाहिए।
जानें इसका इलाज
टमाटर फ्लू का इलाज है हाइड्रेटेड रहना, भरपूर आराम करना और सोना। यह महत्वपूर्ण है कि छालों को फटने न दें। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अपने आप लक्षणों के कम होने का इंतज़ार करें, जिसे ठीक होने में लगभग दस दिन लग सकते हैं। आपका डॉक्टर बुखार, शरीर में दर्द, चकत्ते आदि के लिए लक्षणात्मक उपचार की सलाह दे सकता है। दूसरों को बीमार न पड़ने के लिए अलग-थलग करना ज़रूरी है। अगर नए लक्षण दिखाई देते हैं या मौजूदा लक्षण बदतर हो जाते हैं, तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए।