धर्मनिरपेक्ष युवा मंच द्वारा कोरोना के नियमों का पालन करते हुए पहाड़ के युवाओं के साथ युवा-चौपाल कार्यक्रम की शुरुआत की गयी ।ग्राम सभा खूंट,धामस,बलसा और धारी के युवाओं के साथ उचित दूरी का पालन करते हुए चौपाल में स्वरोजगार विषय पर चर्चा की गयी । जिसके तहत युवाओं के साथ दोतरफा संवाद किया गया। जिसमें पहाड़ी युवाओं को उद्यमिता,नौकर से मालिक बनने तथा उत्पादक बनने के लिए प्रेरित किया गया ।
बाजार के अभाव में दिक्क्क्त का सामना
युवाओं के साथ हुई चौपाल में युवा उद्यमी रंजीत बिष्ट,हरीश बिष्ट,दीप जोशी,दीवान चौहान ने अपने विचार रखते हुए बताया कि वे दिल्ली में सालों नौकरी करने के बाद पिछले लाकडाउन के बाद 50 नाली से अधिक जमीन में नगदी फसलों जैसे-मशरूम,केसर,मौसमी सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं,लेकिन बाजार के अभाव का उन्हें सामना करना पड़ रहा है।
मंच सयोंजक ने यह कहा
मंच के सयोंजक विनय किरौला ने युवाओं से अपने विचार रखते हुए कहा कि उनके उत्पाद की ग्रेडिंग व मार्केटिंग के लिए प्रशासन व सम्बंधित विभाग से मांग की जायेगी। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि उद्यमिता का सीधा संबंध स्वाभिमान से है,युवाओं को जो विभिन्न शहरों में नौकरी करते थे, उनका जो भी हुनर है उस हुनर को राष्ट्रीय-अतंर्राष्ट्रीय स्तर तक विकसित करने की जरूरत है।
स्वरोजगार अपना कर उद्यमी बनने की जरूरत है
अपने विचार रखते हुए जीवन बिष्ट ने कहा कि सरकारें युवाओं के उत्पादों की मार्केटिंग से लेकर ग्रेडिंग को लेकर नीति तभी बनाएंगी जब अधिक से अधिक युवा उद्यमिता को अपनायेगा,अधिक से अधिक उत्पादन होगा तो सरकारों को मजबूरी में मार्केटिंग की नीति बनानी पड़ेगी,इसलिये अधिक से अधिक युवाओं को स्वरोजगार अपना कर उद्यमी बनने की जरूरत है ।
चौपाल में यह लोग रहे मौजूद
युवा-चौपाल में मंच के सयोंजक विनय किरौला,ग्राम प्रधान धामस भगवत बिष्ट, क्षेत्र पंचायत सदस्य धामस रेखा देवी ,ग्राम प्रधान धारी हरीश जोशी,गोविन्द बिष्ट,रंजीत बिष्ट, माही भोज,हरीश बिष्ट,दीवान चौहान,निरंजन पांडेय,राजन कनवाल,पवन मुस्यूनी,राजेन्द्र लटवाल,जीवन बिष्ट,किशन बिष्ट,दीप पांडेय,मनोज लटवाल,पंकज कुमार,शोबन बिष्ट,मदन सिंह,भूपेन्द्र सिंह आदि युवाओं ने चौपाल में भाग लिया।