कुमाऊं मुख्य वन संरक्षक डॉ. तेजस्विनी अरविंद पाटिल ने कहा है कि वनों की रक्षा के लिए हरसंभव उपाय किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि वन्य संपदा को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाएं, साथ ही आग बुझाने में ग्रामीणों का सहयोग लेने की सलाह दी। उन्होंने जौलकांडे क्रू स्टेशन समेत अन्य स्थानों का निरीक्षण भी किया।
मुख्य वन संरक्षक (कुमाऊं) डॉ. तेजस्वी अरविंद पाटील पहुंची बागेश्वर
कुमाऊं मुख्य वन संरक्षक, डॉ. तेजस्विनी अरविंद पाटिल ने बुधवार को प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय में विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जंगलों को आग से बचाने के लिए ठोस उपाय करें। वन संरक्षक प्रवीण कुमार ने कहा कि बरसात के मौसम में अधिक से अधिक पौधरोपण करें, इसके लिए अभी से स्थानों को चयनित करें तथा इसमें ग्रामीणों का सहयोग लें। इसके बाद मुख्य वन संरक्षक व वन संरक्षक ने प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी के साथ जौलकांडे क्रू स्टेशन व वनीकरण का निरीक्षण किया।
नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ करें कानूनी कार्रवाई
उन्होंने कहा कि क्रू स्टेशनों में तैनात कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान कार्य स्थल में रहना होगा तथा उनको आवास भी अपने मुख्यालय में करना होगा। क्रू स्टेशन की बिजली और पानी की व्यवस्था जल्द की जाएगी। इसके लिए संबंधित अधिकारियों से पत्राचार किया जाएगा।
निरीक्षण कर वनीकरण पर दिया गया जोर:
इसके बाद उन्होंने छतीना नर्सरी व लीसा डिपो, बिलखेत नर्सरी का निरीक्षण किया तथा वनीकरण पर जोर दिया।
मौजूद रहे
इस दौरान वन क्षेत्राधिकारी श्याम सिंह करायत, वन दरोगा भूपाल राम टीडी समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
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