आज ’10 जनवरी’ से देश में जारी टीकाकरण अभियान के साथ एक और नया आयाम जुड़ गया है। जी हां, दरअसल आज से कोरोना वैक्सीन की ‘बूस्टर डोज’ लगाई जा रही हैं। गौरतलब हो देश में अभी तक करीब 90 प्रतिशत व्यस्क जनता को पहली डोज दी जा चुकी है। वहीं 62 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिन्हें दोनों डोज लगाई जा चुकी है। कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए अब बूस्टर डोज या प्रीकॉशनरी डोज देना केंद्र सरकार की प्राथमिकता है।
एहतियाती खुराक’ कहा गया है
सबसे पहले आपको बता दें कि भारत में तीसरी खुराक को बूस्टर डोज नहीं बल्कि ‘एहतियाती खुराक’ कहा गया है। एहतियाती खुराक के इस निर्णय से स्वास्थ्य सेवा और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों का विश्वास मजबूत होगा। प्रधानमंत्री ने यह घोषणा की थी कि 10 जनवरी, 2022 से डॉक्टरों की सलाह पर सह-रुग्णता वाले 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी एहतियाती खुराक लेने का विकल्प उपलब्ध होगा।
कौन सी वैक्सीन लगेगी?
भारत सरकार ने आज शुरू किए गए बूस्टर डोज को लेकर पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि जो भी लोग बूस्टर डोज लगवाने जा रहे हैं, उन्हें वहीं वैक्सीन दी जाएगी जिसकी पहली दो खुराक उन्हें मिल चुकी है। यानि अगर पात्र को ‘कोविशील्ड वैक्सीन की दोनों डोज लगी हैं तो बूस्टर भी कोविशील्ड की ही लगने वाली है।
क्या रेजिस्ट्रेशन की जरूरत है ?
इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई है कि बूस्टर डोज या फिर प्रीकॉशनरी डोज लगवाने वाले लोगों को दोबारा रेजिस्ट्रेशन करवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि उनकी जानकारी ऑलरेडी पहले दो डोज दिए जाने के दौरान सब्मिट हो चुकी है। ऐसे में उनके पास दो ऑप्शन रहने वाले हैं। पहला तो ये कि वे CoWin पोर्टल पर बूस्टर डोज के लिए अप्वाइंटमेंट ले सकते हैं। इस पर अब थर्ड डोज को लेकर एक अलग फीचर भी जोड़ दिया गया है, ऐसे में आसानी से अप्वाइंटमेंट लिया जा सकता है। दूसरा ऑप्शन ये है कि आप सीधे वैक्सीनेशन सेंटर जाकर भी टीका लगवा सकते हैं। वहां भी दोबारा रेजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं होगी।
कितने टाइम बाद लग सकती है बूस्टर डोज?
यदि आपको कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज 9 महीने पहले लगी है, तो आप तीसरी डोज के पात्र बन सकते हैं। यही समय यदि 9 माह से कम हुआ है तो बूस्टर डोज अभी नहीं लगेगी।
क्या वैक्सीनेशन सेंटर पर कोई सर्टिफिकेट दिखाना पड़ेगा?
यदि आपकी उम्र 60 साल से ऊपर है और आप दूसरी बीमारियों से यानि कोमोर्बिडिटीज से भी ग्रसित हैं तो आपको बिना किसी रेजिस्ट्रेशन या सर्टिफिकेट के वैक्सीन लग जाएगी। लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे लेकर यह निर्देश जरूर दिया है कि तीसरी डोज लेने से पहले डॉक्टर से सलाह ली जानी आवश्यक है। यहां ये जानना जरूरी है कि सर्टिफिकेट का मतलब डॉक्टर की कोई पर्ची या फिर प्रिसक्रिप्शन से है जिसकी टीकाकरण के दौरान जरूरत नहीं पड़ेगी। दरअसल जो बूस्टर डोज के पात्र होंगे उन्हें स्वत: ही कोविन पोर्टल के जरिए बूस्टर डोज के लिए एक नोटिफिकेशन मैसेज स्वत: ही भेजा जा रहा है।
वैक्सीनेशन सेंटर पर ले जाएं ये जरूरी कागज
यदि बूस्टर डोज लगवाने जा रहे हैं तो अपने साथ वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस में से कोई एक पहचान पत्र जरूर साथ लेकर जाएं। उसी के आधार पर आपको वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जाएगी।