केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को कहा कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड-सीबीएसई ने इस वर्ष से स्किल मॉड्यूल के रूप में पाठ्यक्रम में कोडिंग और डेटा साइन्स की शुरुआत की है।
कोडिंग की शुरुवात की
छठी से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए कोडिंग की शुरुआत की गई है जबकि आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को डेटा साइन्स का अध्ययन कराया जाएगा और नवीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए कौशल विषय वैकल्पिक होगा।
हैंडबुक से संबंधित कोडिंग और डेटा साइन्स विषय तैयार किए गए हैं
लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में श्री प्रधान ने बताया कि माइक्रोसोफ्ट के सहयोग से पाठ्यक्रम, संकाय और विद्यार्थियों की हैंडबुक से संबंधित कोडिंग और डेटा साइन्स विषय तैयार किए गए हैं।
विभिन्न कौशल का ज्ञान भी प्रदान किया जाएगा
श्री प्रधान ने यह भी बताया कि भाषाओं में निपुणता के अलावा विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत सफल, नवाचार संपन्न और परिणामजनक व्यक्ति बनाने के लिए उन्हें विभिन्न कौशल का ज्ञान भी प्रदान किया जाएगा।