प्रसिद्ध क्रिकेट कोच और द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित तारक सिन्हा का लंबी बीमारी के बाद शनिवार को नई दिल्ली में निधन हो गया।
फेफड़ों के कैंसर से जूझ रहे थे
वह 71 वर्ष के थे। भारतीय क्रिकेट के लिए कई खिलाड़ियों को तैयार करने वाले तारक सिन्हा लंबे समय से फेफड़ों के कैंसर से जूझ रहे थे। ‘उस्ताद जी’ के नाम से जाने जाने वाले सिन्हा ने द सोनेट क्लब में कई क्रिकेटरों को प्रशिक्षित किया। उन्होंने प्रतिभा की पहचान की और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटरों में बदल दिया।
तारक सिन्हा द्रोणाचार्य पुरस्कार पाने वाले पांचवें क्रिकेट कोच थे
तारक सिन्हा सुरेंद्र खन्ना, रणधीर सिंह, रमन लांबा, मनोज प्रभाकर, अजय शर्मा, केपी भास्कर, अतुल वासन, आशीष नेहरा, संजीव शर्मा, आकाश चोपड़ा, शिखर धवन, अंजुम चोपड़ा और ऋषभ पंत सहित कई क्रिकेट खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया। तारक सिन्हा द्रोणाचार्य पुरस्कार पाने वाले पांचवें क्रिकेट कोच थे। तारक सिन्हा का जाना भारतीय क्रिकेट के लिए एक बडी क्षति है। तारक सिन्हा खिला़डियों को परखने और तैयार करने में गहरी नजर रखते थे।