3,205 total views, 2 views today
आज 05 सितंबर 2022 है। देशभर में हर साल 5 सितंबर को भारत के दूसरे राष्ट्रपति रहे डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर टीचर्स डे मनाया जाता है। इस दिन छात्र अपने शिक्षकों को खास तरह से सम्मानित करते हैं, लेकिन क्या आपको मालूम है कि 5 सितंबर डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर ही शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है।
जानें क्यों मनाया जाता है टीचर्स डे-
5 सितम्बर को भारत के पूर्व राष्ट्रपति और महान शिक्षाविद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था। एक बार राधा कृष्णन के कुछ शिष्यों ने मिलकर उनका जन्मदिन मनाने का सोचा। इसे लेकर जब वे उनसे अनुमति लेने पहुंचे तो राधाकृष्णन ने कहा कि मेरा जन्मदिन अलग से मनाने की बजाय अगर शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाएगा तो मुझे गर्व होगा। इसके बाद से ही 5 सितम्बर का दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। पहली बार शिक्षक दिवस 1962 में मनाया गया था। भारत में, देश के पूर्व राष्ट्रपति, विद्वान, दार्शनिक और भारत रत्न से सम्मानित डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को चिह्नित करने के लिए प्रतिवर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है,जिनका जन्म 1888 में इसी दिन हुआ था। उन्होंने कहा था कि
“Instead of celebrating my birthday, it would be my proud privilege if 5 September is observed as Teachers’ Day.”
टीचर्स डे का महत्व-
सर्वपल्ली राधा कृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस महान राष्ट्रपति ने कहा कि पूरी दुनिया एक विद्यालय है जहां से कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। जीवन में शिक्षक हमें केवल पढ़ाते ही नहीं है बल्कि हमें जीवन के अनुभवों से गुजरने के दौरान अच्छे-बुरे के बीच फर्क करना भी सिखाते हैं। वहीं, शिक्षक हमारा मार्गदर्शन करते हैं कि जीवन में कभी भी कुछ अच्छा और ज्ञानवर्धक सीखने को मिले तो उसे तुरंत ही आत्मसात करना चाहिए। वह अपने छात्रों को पढ़ाते समय उनको पढ़ाई कराने से ज्यादा उनके बौद्धिक विकास पर ध्यान देते थे।
More Stories
बागेश्वर: दोहरे हत्याकांड से सनसनी, महिला-बच्ची की निर्मम हत्या, मर्डर मिस्ट्री सुलझाने में जुटी पुलिस
Health tips: सेहत के लिए फायदेमंद है अदरक, सर्दी जुखाम से लेकर पेट की समस्याएं करें दूर
मौसम अपडेट: उत्तराखंड में करवट बदलेगा मौसम, इन जिलों में बर्फबारी के आसार