देश भर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का प्रकोप अभी भी जारी है। देश में कोरोना महामारी का खतरा बना हुआ है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 5 बजे देश को संबोधित किया। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई अहम बातें कही।
कोरोना के नए मरीजों में आ रही है गिरावट-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में कोरोना संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं। जिसके बाद केंद्र सरकार के सामने अलग-अलग सुझाव भी आने लगे और भिन्न-भिन्न मांगे होने लगीं। जिसमें कहा गया कि सब कुछ भारत सरकार ही क्यों तय कर रही है? राज्य सरकारों को छूट क्यों नहीं दी जा रही? राज्य सरकारों को लॉकडाउन की छूट क्यों नहीं मिल रही? One Size Does Not Fit All जैसी बातें भी कही गईं।
केंद्र सरकार की देखरेख में हुआ टीकाकरण कार्यक्रम-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना वैक़्सीनेशन अभियान इस साल 16 जनवरी से शुरू हुआ और अप्रैल महीने के अंत तक यह कार्यक्रम केंद्र सरकार की देखरेख में ही चलाया गया। जिसमें देश के मीडिया के एक वर्ग ने इसे कैंपेन के रूप में भी चलाया।
18 वर्ष से ऊपर भारत सरकार राज्यों को मुफ्त वैक्सीन कराएगी मुहैया-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 21 जून, सोमवार से देश के हर राज्य में, 18 वर्ष से ऊपर की उम्र के सभी नागरिकों के लिए, भारत सरकार राज्यों को मुफ्त वैक्सीन मुहैया कराएगी। वैक्सीन निर्माताओं से कुल वैक्सीन उत्पादन का 75 प्रतिशत हिस्सा भारत सरकार खुद ही खरीदकर राज्य सरकारों को मुफ्त देगी। जिसमें मोदी ने कहा कि राज्यों के पास वैक्सीनेशन से जुड़ा जो 25 प्रतिशत काम था, उसकी जिम्मेदारी भी भारत सरकार उठाएगी। ये व्यवस्था आने वाले 2 सप्ताह में लागू की जाएगी। इन दो सप्ताह में केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर नई गाइडलाइंस के अनुसार आवश्यक तैयारी कर लेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की किसी भी राज्य सरकार को वैक्सीन पर कुछ भी खर्च नहीं करना होगा। अब तक देश के करोड़ों लोगों को मुफ्त वैक्सीन मिली है। अब 18 वर्ष की आयु के लोग भी इसमें जुड़ जाएंगे। सभी देशवासियों के लिए भारत सरकार ही मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध करवाएगी।
देश में बन रही वैक़्सीन प्राइवेट सेक्टर के अस्पताल में भी होगी उपलब्ध-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में बन रही वैक्सीन में से 25 प्रतिशत, प्राइवेट सेक्टर के अस्पताल सीधे ले पाएं, ये व्यवस्था जारी रहेगी। प्राइवेट अस्पताल, वैक्सीन की निर्धारित कीमत के उपरांत एक डोज पर अधिकतम 150 रुपए ही सर्विस चार्ज ले सकेंगे। इसकी निगरानी करने का काम राज्य सरकारों के ही पास रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो लोग भी वैक्सीन को लेकर आशंका पैदा कर रहे हैं, अफवाहें फैला रहे हैं, वो भोले-भाले भाई-बहनों के जीवन के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसी अफवाहों से सतर्क रहने की जरूरत है।
80 करोड़ से अधिक देशवासियों को दिवाली तक मिलेगा मुफ़्त अनाज-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज गरीब अन्न योजना के तहत एक बड़ा ऐलान किया । नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा कि सरकार ने फैसला लिया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को अब दिवाली तक आगे बढ़ाया जाएगा। महामारी के इस समय में, सरकार गरीब की हर जरूरत के साथ, उसका साथी बनकर खड़ी है। 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को हर महीने एक तय मात्रा में मुफ्त अनाज दिया जाएगा।
इस वैश्विक महामारी से हमारा देश कई मोर्चों पर एक साथ लड़ा-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते सौ वर्षों में आई ये सबसे बड़ी महामारी है, त्रासदी है। इस तरह की महामारी आधुनिक विश्व ने न देखी थी, न अनुभव की थी। इतनी बड़ी वैश्विक महामारी से हमारा देश कई मोर्चों पर एक साथ लड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सेकेंड वेव के दौरान अप्रैल और मई के महीने में भारत में मेडिकल ऑक्सीजन की डिमांड अकल्पनीय रूप से बढ़ गई थी। भारत के इतिहास में कभी भी इतनी मात्रा में मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत महसूस नहीं की गई। इस जरूरत को पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर काम किया गया। जिसमें सरकार के सभी तंत्र लगे।
भारत में बनी वैक़्सीन का रहा बड़ा सपोर्ट-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरे विश्व में वैक्सीन के लिए जो मांग है, उसकी तुलना में उत्पादन करने वाले देश और वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां बहुत कम हैं। अभी हमारे पास भारत में बनी वैक्सीन नहीं होती तो आज भारत जैसे विशाल देश में क्या होता? आप पिछले 50-60 साल का इतिहास देखेंगे तो पता चलेगा कि भारत को विदेशों से वैक्सीन प्राप्त करने में दशकों लग जाते थे। विदेशों में वैक्सीन का काम पूरा हो जाता था तब भी हमारे देश में वैक्सीनेशन का काम शुरू नहीं हो पाता था। 2014 में जब देशवासियों ने हमें सेवा का अवसर दिया तो भारत में वैक्सीनेशन का कवरेज सिर्फ 60 प्रतिशत के आसपास था। जिस रफ्तार से भारत का टीकाकरण चल रहा था, उस हिसाब से देश को शत-प्रतिशत टीकाकरण कवरेज का लक्ष्य हासिल करने में करीब 40 साल लग जाते। हमने इस समस्या के समाधान के लिए मिशन इंद्रधनुष को शुरु किया।
बच्चों के लिए भी चल रहा है वैक्सीन का ट्रायल-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में 23 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। पिछले काफी समय से देश लगातार जो प्रयास और परिश्रम कर रहा है, उससे आने वाले दिनों में वैक्सीन की सप्लाई और भी ज्यादा बढ़ने वाली है। आज देश में 7 कंपनियाँ, विभिन्न प्रकार की वैक्सीन्स का प्रॉडक्शन कर रही हैं। तीन और वैक्सीन्स का ट्रायल भी एडवांस स्टेज में चल रहा है। वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए विदेशी कंपनियों से वैक्सीन खरीदने में तेजी लाई गई है। बच्चों के लिए वैक्सीन का भी ट्रायल चल रहा है। नेजल वैक्सीन पर भी ट्रायल चल रहा है। देश को अगर सफलता मिलती है तो इससे टीकाकरण में और तेजी आएगी। इतने कम समय में वैक्सीन बनाना पूरी मानवता के लिए बड़ी उपलब्धी है। लेकिन इसकी सीमाएं हैं।