टोक़्यो ओलंपिक: उत्तराखंड की बेटी वंदना कटारिया की हैट्रिक से जीता भारत, क्वार्टरफाइनल की उम्मीदें बरकरार


टोक़्यो ओलंपिक से जुड़ी अच्छी खबर सामने आई है। ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन अच्छा हो रहा है। जिसमें अब भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी वंदना कटारिया ने भी बड़ी उपलब्धि अपने नाम करते हुए इतिहास रच दिया है। इसी के साथ वंदना ओलंपिक इतिहास में हॉकी में हैट्रिक लगाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं। इससे पहले 1984 के बाद किसी भारतीय ने ओलंपिक में हैट्रिक नहीं लगाई थी। वंदना की इस उपलब्धि पर परिवारजनों, ग्रामीणों और जिले के खेल अधिकारियों में जश्न का माहौल है।

भारत की पहली महिला हॉकी खिलाड़ी वंदना-

दक्षिण अफ्रीका टीम को 4.3 से हराकर तोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश की उम्मीदें बरकरार रखी है। वंदना ने चौथे, 17वें और 49वें मिनट में गोल किया। इस तरह से भारत ने क्वॉर्टर फाइनल में प्रवेश की अपनी उम्मीदों को भी जिंदा रखा है। वंदना भारत की पहली महिला हॉकी खिलाड़ी हैं जिन्होंने ओलंपिक में हैट्रिक लगाई है।

उत्तराखंड की निवासी है वंदना-

वंदना कटारिया का जन्म 15 अप्रैल 1992 में उत्तराखण्ड के हरिद्वार के रोशनाबाद में हुआ है।  वंदना ने एतिहासिक उपलब्धि पर दिवंगत पिता को श्रद्धांजलि दी है। वह अपनी तैयारी के चलते वह पिता के निधन पर भी गांव नहीं आ सकी थीं। उनके पिता का सपना था, जिसके लिए वंदना ने इतनी मेहनत की है।