देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का प्रकोप अभी भी जारी है। वही देश में कोरोना को मात देकर वापस घर लौट रहे लोगों में अब ब्लैक फंगस का वायरस बढ़ रहा है। इस वायरस ने उत्तराखंड में भी अपना तांडव मचाना शुरू कर दिया है।
उत्तराखंड में ब्लैक फंगस इंफेक्शन का बढ़ रहा खतरा-
कोरोना संक्रमण का कहर अब हल्का पड़ने लगा है। लेकिन कोरोना वायरस से ठीक होने वाले मरीजों में अब फंगल इंफेक्शन ‘म्यूकोरमाइकोसिस’ का वायरस बढ़ रहा है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण से ज्यादा जानलेवा ब्लैक फंगस साबित हो रहा है।
आंखों में सबसे ज़्यादा कर रहा असर ब्लैक फंगस का वायरस-
कोरोना वायरस की दूसरी लहर जितनी फैल रही है उतनी घातक होती जा रही है। इस वायरस की चपेट में आए लोग अब ब्लैक फंगस से भी ग्रसित हो रहे हैं। जिसमें गुजरात, दिल्ली और महाराष्ट्र में कई ऐसे केस सामने आए हैं, जिसके बाद अब उत्तराखंड में भी इस संक्रमण के पाए जाने की पुष्टि हुई है। जिसमें कोरोना से ठीक हुए मरीज में म्यूकोरमाइकोसिस के लक्षण पाए गए हैं।
उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के मामले-
उत्तराखंड में ब्लैक फंगस का पहला मामला 14 मई 2021 को देहरादून में मिला । जिसमें अब तक देहरादून, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर जिले में 356 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है। जबकि 56 मरीजों ने दम तोड़ा है और 31 मरीज ठीक हुए हैं।