मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे ने बताया कि विकास खण्ड द्वाराहाट में मनरेगा कम्प्यूटर ऑपरेटर नारायण सिंह रावत ने पुर्ननियुक्ति करने विषयक अनुरोध मांग पत्र दिनांक 18.07.2021 को मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय को प्रेषित किया गया है। पुर्ननियुक्त न होने की स्थिति में धरना प्रदर्शन/क्रमिक अनशन आदि करने का उल्लेख किया गया है।
शिकायती पत्र हुआ था प्राप्त-
मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे ने बताया कि इस प्रकरण में नारायण सिंह रावत के द्वारा राजनैतिक गतिविधियों में संलिप्त रहने फेसबुक पर विवादास्पद टिप्पणियां करने व मुख्यमंत्री के द्वाराहाट भ्रमण के दौरान विरोध प्रदर्शन करने विषयक एक शिकायती पत्र प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा विकास खण्ड के अधिकारियों एवं सी0एच0सी0 द्वाराहाट के कार्मिकों के साथ अभद्र व्यवहार करने की शिकायतें समय समय पर प्राप्त हो रही थीं। इस सम्बन्ध में उपजिलाधिकारी द्वाराहाट के माध्यम से इस प्रकरण पर जांच करायी गई।उपजिलाधिकारी द्वाराहाट की जांच आख्या से भी इस बात की पुष्टि की गई है कि मुख्यमंत्री के दिनांक 28 फरवरी 2021 को द्वाराहाट आगमन पर उनके द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया जिस क्रम में नारायण सिह रावत को धारा 151 के अन्तर्गत गिरफ्तार भी किया गया है। जॉच में यह भी पाया गया कि उनके द्वारा शासकीय कम्प्यूटर से अपने फेसबुक खाते से कुछ अमर्यादित टिप्पणियां की गई जो किसी भी कर्मचारी के आचरण के अनुरूप नहीं कही जा सकती है।
इनकी सेवाएं समाप्त-
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि तद्पश्चात शासन से प्राप्त पत्र में मनरेगा कर्मचारियों को हड़ताल समाप्त कर योगदान किये जाने के निर्देश निर्गत किये गये थे व अवगत कराया गया था कि निर्धारित तिथि तक जिन कार्मिकों द्वारा योगदान नहीं किया जाता है उनकी सेवाएॅ समाप्त मान ली जाय। इस क्रम में खण्ड विकास अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि निर्धारित समयान्तर्गत योगदान न दिये जाने के क्रम में नारायण सिंह रावत सहित 08 कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई। तद्पश्चात शासन के पत्र दिनांक 07 जून 2021 से हड़ताली कर्मचारियों कीे वापसी हेतु 29 मई से बढ़ाकर 09 जून 2021 की तिथि निर्धारित कर दी गई। जिसके क्रम में अन्य कर्मचारियों द्वारा योगदान दे दिया गया लेकिन उनके द्वारा योगदान नही दिया गया। जिसके फलस्वरूप शासन के निर्देशानुसार खण्ड विकास अधिकारी द्वारा उनकी की सेवाएॅ समाप्त कर दी गयी है। उक्त आदेश से क्षुब्ध होकर उनके द्वारा समय समय पर विकास खण्ड परिसर में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में उपजिलाधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी द्वाराहाट की प्राप्त आख्या से यह पुष्टि होती है कि उनके द्वारा दिनांक 23 जून 2021 से 03 जुलाई 2021 तक विकास खण्ड कार्यालय में धरने पर बैठकर तथा विकास खण्ड में तालाबन्दी का प्रयास किया गया जिस कारण कुछ समय के लिए शासकीय कार्य बाधित रहे। उन्होंने बताया कि नारायण सिंह रावत द्वारा विकास खण्ड कार्यालय में योगदान न दिये जाने के फलस्वरूप शासन के निर्देशानुसार खण्ड विकास अधिकारी द्वारा उनकी की सेवाएं समाप्त कर दी गयी है।