स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि कोविड संक्रमण के घटते मामलों के बीच अब बच्चों को जल्द ही स्कूल भेजा जा सकता है । इंडियन कांउसिल आफ रिसर्च के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि बच्चों में काफी अच्छी एंटीबॉडी देखने को मिली है । यह भी पाया गया है कि बच्चे, बड़ों की तुलना में काफी अच्छे तरीके से संक्रमण को झेल सकते हैं ऐसे में उन्हें स्कूल भेजा जा सकता है ।
बेवजह यात्रा से बचें की अपील
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि बड़ी आबादी अभी भी कोरोना संक्रमित हो सकती है । ऐसे में लोगों से इस बात की अपील है कि बेवजह यात्रा से बचें । ऐसे लोग ही यात्रा करें जिन्होंने दोनों डोज की वैक्सीन ली है ।
28,975 लोगों पर किया गया सीरो सर्वे
कुल 28,975 लोगों पर सीरो सर्वे किया गया । जिसमें 6-9 साल के उम्र के 2,892 और 10-17 साल के 5,799 बच्चों को शामिल किया गया । साथ ही 18 साल के 20,284 यंग बच्चों को शामिल किया गया । आयु वर्ग के हिसाब से सीरो प्रीवलेंस की बात करें तो 6-9 साल में 57.2 प्रतिशत, 10-17 साल की उम्र में 61.6 प्रतिशत, 18-44 में 66.7 प्रतिशत, 45-60 साल की उम्र की बात करें तो 76.7 प्रतिशत औऱ 60 साल के उपर आयुवर्ग में 76.7 प्रतिशत संक्रमण पाया गया । पुरुषों में 65.8 और महिलाओं में 69.2 प्रतिशत संक्रमण पाया गया ।
बड़ों पर सीरो सर्वे का हाल
कुल 20,276 लोगों में से 12,607 लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ था । 5,038 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज जबकि 2,631 लोगों ने वैक्सीन की दोनें डोज ली थी । कुल 28,975 में से 67.6 प्रतिशत लोगों में सीरो प्रीवेलेंस (संक्रमण) पाया गया ।
हेल्थ केयर वर्कर पर सीरो प्रीवलेंस
हेल्थ केयर वर्कर भी बड़ी संख्या में संक्रमित हुए हैं । सीरो सर्वे के आधार पर 85.2 प्रतिशत हेल्थ केयर वर्कर संक्रमित हुए । इनमें 10.5 प्रतिशत हेल्थ केयर वर्कर ने वैक्सीन नहीं लिया था जबकि 13.4 प्रतिशत ने पहली डोज और 76.1 प्रतिशत ने दूसरी डोज ली थी ।
गाँव – शहर संक्रमण बराबर
सीरो सर्वे में यह पाया गया कि ग्रामीण इलाकों में 66.7 प्रतिशत औऱ शहरी इलाकों में 69.6 प्रतिशत लोगों में संक्रमण पाया गया ।
विदेशों में नहीं बंद हुए स्कूल
डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि कोविड संक्रमण के दौरान कई ऐसे देश हैं जहां स्कूल नहीं बंद किए गए । ऐसे में यह ज़रूरी है कि कई तरह के पाबंदियों के साथ स्कूल को खोले जा सकते है ।